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Kabira, at his best

Monday, July 18, 2011

मनवा तो पंछी भया

मनवा तो पंछी भया, उड़ के चला आकाश…
ऊपर से ही गिर पड़ा, मन माया के पास…
...कबीरा मन माया के पास…
Posted by Rupesh at 9:03 AM

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